Friday, 15 May 2020

ओर भी क्या दूँ / What else should i give

मैं तुम्हें मुस्कुराना चाहता हूँ ।

संसार का नियम है कि जो जिसको भजता।
है जो जिसको प्रेम करता है, वह निरंतर उसी के चिंतन में डूबा रहता है। प्रेम निरंतर है, प्रेम अपार है, प्रेम शक्ति  व भक्ति है । किंतु यह सब वासनारहित प्रेम में निहित है । वासनायुक्त प्रेम में नहीं । प्रेम समर्पण है, प्रेम आस्था है।उसमे किंतु परंतु तथा अविश्वास का स्थान हीं नहीं होता । वही सच्चे प्रेम की सेवा है। मन में हमेशा इच्छा जागृत होती है कि  

मैं और भी क्या दूं।
मैं उड़ना तो चाहता हूं, पर पंख मेरे पास नहीं, 
  तुम नाव खेना चाहती हो किन्तु पतवार मेरे पास  नहीं
विडंबना है कैसी ? मेरे पंख तेरे पास तेरी पतवार मेरे पास आदान-प्रदान  करें कैसे ?
अड़चन भरी दुनिया में ,स्नेहा को एक दूसरे से जताएं कैसे? इसके उपरांत भी देना बहुत कुछ चाहता हूं।
 मेरा अपना तन समर्पित, मन समर्पित ,मेरा सारा पोषक समर्पित।
 मैं सुमन की सुमन में उसकी टहनी हूं, तुम्हें मुस्कुराना चाहता हूं।
 मेरा सर्वश्व तुम्हें समर्पित, मेरा सद ज्ञान समर्पित,
 मैं तुम्हें अच्छी मुस्कान दिलाना चाहता हूं।
 हे सुमन ! तुम्हें जुदा होने से बचाना चाहता हूं।

किंतु मैं क्या करूं.............
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Translate in english

 want to make you smile

 The rule of the world is that which is to be worshiped.




 What else should I give

 I want to fly, but I don't have wings,

 You want to row the boat but i don't have the helm

 How ironic?  How can I exchange my wings with you with your helm?

 In a difficult world, how to tell Sneha to each other?  After this, I want to give a lot.

 Dedicated my own body, devoted my mind, devoted all my nutrition.

 I am Suman's twig in Suman, I want you to smile.

 Dedicate me to all of you, dedicate my knowledge to you,

 I want to make you smile well.

 Hey Suman!  I want to save you from getting separated.


 But what do I do .............

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